ये एक ऐसी चीज़ हे जो हमे हर जगह पर कामियाब होने से रोकती हे। जब भी हमे कुछ काम करना होता हे तब हम उस फुर्ती से काम क्यों नहीं कर पते जैसे की हम पहले करते थे ?
आदतन व्यवहार स्वचालित और नियमित व्यवहार का एक रूप है। यह व्यवहार है जो लोग दोहराते हैं, क्योंकि यह व्यवहार आसान, आरामदायक या पुरस्कृत है। आदतन व्यवहारकर्ता के स्वतः चरित्र को इस तथ्य से प्रदर्शित किया जाता है कि यह अक्सर क्यू या स्थिति में बदलाव के द्वारा शुरू किया जाता है।
कुछ ऐसे सवाल हमारे दिल में हमेशा आते रहते हे। हम हरदम एक्टिव क्यों नहीं रह पाते ??
कुछ लोग कहते हे में बहुत आलसी हो गया हु, और इसी वजह से मुझे अपने आप पर गुस्सा आता है.
में इस आलसीपन को दूर कैसे करू ????
अगर आप के दिमाग में भी हे तो आप के लिए ब्लॉग में कुछ ऐसे तरीके हे जो आप के लाजिनेस्स को एकदम से ५० परसेंट तक काम कर देंगे।
Photo by Thibault Penin on Unsplash |
पर सबसे पहले हमे समझना होगा की इस जड़ कहा हे। अगर हम मनोविज्ञान की भाषा में इसे समझाना चाहेंगे तो इसे कुछ इस तरह एक्सप्लेन किया जायेगा :
सरल भाषा में इस का मतलब हे की लेज़ीनेस भी हमारी एक आदत हे। हमारा इंसानी दिमाग कुछ इस तरह बने जो हर बात में अपने कम्फर्ट के बारे में सोचता। जहा उसे काम काम करना पड़े। और इस से शुरुआत होती हे। उन आदतों की जो हमे सफल होने से रोकती हे.
इस से होने वाले फायदे नीचे दिए गए हे।
क्रमशः
- यहाँ अच्छी आदतों को विकसित करने और उन्हें आत्मसात करने का तरीका बताया गया है:
- शुरुआत छोटे से करें।
- ज्यादातर लोग जल्द से जल्द बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं। इसकी शुरुआत हमेशा खुद से करे।
- अपनी आदत पर अंकुश लगाएं। ...
- स्पष्ट इरादे रखे ।
- अपनी छोटी जीत का जश्न मनाएं। ...
- आपका पर्यावरण डिजाइन खुद बनाये ...
- अपने आप को समर्थकों के साथ वक़्त बिताने के लिए तैयार करे ।
- प्री-कमिट टू योर हैबिट।
इस से होने वाले फायदे नीचे दिए गए हे।
- आप के दिन की शुरुआत अच्छी होती हे , जल्दी उठने से आप को बहुत सारा वक़्त मिल जाता हे अपने बाकि बचे काम करने के लिए.
- आप अपने कंपटीटर्स से जल्दी उठ कर वो काम कर सकते हे जो वो नहीं कर सकता , जब वो अपना टाइम सोने में ख़राब कर रहा हे तब तक आप उन से आगे निकल सकते हो , और इस से आप को जो एक सफल होने की फीलिंग आएगी और जैसे की हमे कहा जो काम हमारे ब्दिमाग को आसान लगती हे और जिस इ हमे कोई जीतने वाली फीलिंग अति हे हमारा दिमाग उसे दुबारा कडुबारा करने की कोसिस करता हे। आप को बस कुछ दिन ऐसा करना हे और जैसे हे आप के दिमाग को ये काम आसान लगने लगेगा वो उसे अपने आदतों की लिस्ट में ऐड कर लेगा.
- जल्दी उठने के वजह से आप सूरज की किर्णो से मिलने वाले विटामिन डी को अच्छी तरह से अब्सॉर्ब कर पाओगे , जिस से आप के हड्डिया मजबूत होगी और आप को अंदर से स्ट्रांग बनाने में मदत होगी।
क्रमशः
No comments:
Post a Comment